डॉक्टर कायनात काजी-
राजस्थान के प्रसिद्ध शहर पुष्कर में कार्तिक माह मे बड़ा विशाल मेला लगता है। जहां आस-पास के किसान और मवेशियों को पालने वाले लोग पवित्र महीने मे ब्रह्म सरोवर में स्नान करने आते हैं और ऊंट, गाय, घोड़े आदि पशुओं की खरीद फ़रोख़्त करते हैं।
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पुष्कर हिंदू धर्म को मानने वालों के लिए एक बड़ा तीर्थ है। यहां ब्रह्मा जी का एक मात्र मंदिर है। पुष्कर को आदि अनादि तीर्थ माना गया है। भगवान विष्णु और शिव के पूरी दुनिया में कई विख्यात मंदिर हैं, लेकिन भगवान ब्रह्मा का एकमात्र मंदिर पुष्कर में होना रहस्य की बात है। भगवान ब्रह्मा का पूरी दुनिया में एकमात्र मंदिर यहां होने के पीछे कई पौराणिक कथाएं जुड़ी हुई हैं।
(हालांकि ब्रह्मा जी के 3 और मंदिर भारत में है लेकिन मेला पुष्कर में लगता है और ये प्राचीन मंदिर है)
ब्रह्मा जी का निवास भी पुष्कर को ही माना जाता है। कहते हैं कि ब्रह्मा जी ने स्वर्ग से एक कमल का फूल गिराया था जोकि इस भू-भाग मे आकर गिरा। जिस स्थान पर कमल पुष्प गिरा वहीं से जल की धारा फूटी और यह सरोवर बना। तभी से इस सरोवर का नाम ब्रह्म सरोवर पड़ा।
मान्यता है कि मुगल शासक औरंगजेब के शासन काल के दौरान अनेकों हिंदू मंदिरों को तहस नहस किया गया। ब्रह्मा जी का यही एकमात्र मंदिर है जिसे औरंगजेब छू तक नहीं पाया। इस मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी में हुआ था और मंदिर निर्माण से जुड़ी कई दन्त कथाएं हैं।
लेखक के बारे में:
डॉक्टर कायनात काजी वैसे तो फोटोग्राफर, ट्रैवल राइटर और ब्लॉगर हैं, लेकिन खुद को वह सोलो फीमेल ट्रैवलर के रूप में ही पेश करती हैं। यायावरी उनका जुनून है और फोटोग्राफी उनका शौक। ब्लॉगिंग के लिए उन्हें देश के एक प्रतिष्ठित न्यूज चैनल द्वारा बेस्ट हिंदी ब्लॉगर का सम्मान भी दिया जा चुका है। हिंदी साहित्य में PHD कर चुकीं कायनात एक प्रोफेशनल फोटोग्राफर हैं। कायनात राहगिरी (rahagiri.com) नाम से हिंदी का पहला ट्रैवल फोटोग्राफी ब्लॉग चलाती हैं।
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