जानिए इस माह में कौन-कौन से व्रत-त्योहार है-
30 अक्टूबर- यह दिन चतुर्थी क दिन है। इस दिन करवा चौथ पड़ता है। करवा चौथ में सुहागनें अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती है।
3 नवंबर- अहोई अष्टमी
7 नवंबर- रमा एकादशी व्रत
7 नवंबर- गोवत्स द्वादशी- इसमें बछड़ो की पूजा की जाती है।
9 नवंबर- धनतेरस- यह त्योहार सुख-समृद्धि का होता है। इस दिन माता लक्ष्मी का घर में आगमन होता है। साथ ही इस दिन धनवंतरी की जंयती भी होता है।
10 नवंबर- रूप चौदस- इस दिन हनुमान जंयती के साथ-साथ नरक चतुर्दशा भी मनाई जाती है।
11 नवंबर- दीपावली और अमावस्या- इस दिनि अंधेरी रात को उजालें में परिवर्तित करने के लिए दीपावली मनाई जाती है।
12 नवंबर- गोवर्धन पूजा-अन्नकूट- इस दिन बहनें भाईयों की लंभी आयु की कामना के लिए गोवर्धन की पूजा करती है। साथ ही काशी में अन्नकूट का सिलसिला शुरू हो जाता है।
13 नवंबर- भाई दूज- इस दिन यह भाइयों का त्योहार होता है। साथ ही इस दिन चित्रगुप्त की भी पूजा होती है।
15 नवंबर- विनायक चतुर्थी व्रत, सूर्य षष्ठी व्रतारंभ
16 नवंबर- पांडव पंचमी- इस दिन से छठ पूजा की शुरू आत हो जाती है।
17 नवंबर- सूर्य षष्ठी- इस दिन महिलाएं छठ पूजा भी करती है। महिलाएं नहर या फिर सरोवर में कमर तक पानी के अंगर खड़े होकर विदि-विधान के साथ सूर्य भगवान को सप्तमी के दिन जल अर्पण करती है।
19 नवंबर- गोपाष्टमी- इस दिन गाय की पूजा की जाती है।
20 नवंबर- आंवला नवमी- इस दिन आवंले के वृक्ष की पूजा और उसके नीचें बैठ कर भोजन करने का विधान है।
22 नवंबर- देवउठनी ग्यारस- इस दिन हरिबोधिनी एकादशी भी है। साथ ही इस दिन तुलसी के विवाह का उत्सव मनाया जाता है।
24 नवंबर- बैकुंठ चतुर्दशी
25 नवंबर- कार्तिक पूर्णिमा- इस दिन स्नान का समापन होता है। साथ ही इस दिन दीपदान का महोतसव कई जगह रखा जाता है।
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