धर्म डेस्क: आज श्रावण कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है, लेकिन दशमी तिथि आज सुबह 07:53 तक ही रहेगी, उसके बाद एकादशी तिथि लग जायेगी और श्रावण कृष्ण पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते हैं। अतः आज कामिका एकादशी है। सावन में पड़ने वाली इस एकादशी को बहुत ही शुभ माना जाता है। इस एकादशी के बारें में खुद भगवान कृष्ण ने युधिष्टिर को बताया है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि आज के दिन पूजा-पाठ, व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है। एकादशी के सभी व्रतों में से इसको भगवान विष्णु का सबसे अच्छा व्रत माना जाता है। इस वर्ष यह एकादशी 7 अगस्त को है।
शास्त्रों में कहा गया है कि जो व्यक्ति सावन के महीने में भगवान नारायण की पूजा करने से सभी देवता, गन्धर्वो और नागों की पूजा हो जाती है। कामिका एकादशी का व्रत करने वाले के सारे बिगड़े काम बन जाते है। कहते हैं जो व्यक्ति साल की सभी एकादशियों पर व्रत नहीं कर सकता, वो इस एकादशी के दिन व्रत करके बाकी एकादशियों का लाभ भी उठा सकता है। एकादशी के दिन कई ऐसे काम है जो नहीं करना चाहिए। जानिए एकादशी के दिन कौन-कौन से काम नहीं करना चाहिए। (Kamika Ekadashi 2018: सावन मास में कामिका एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत कथा )
- एकादशी पर कभी भी दातुन से दांत साफ नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि एकादशी वाले दिन किसी पेड़ की टहनियों को तोड़ने से भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं।
- एकादशी दिन आलस्य करना वर्जित माना जाता है। इसलिए बिल्कुल न करें।
- एकादशी की रात बिस्तर में नहीं सोना चाहिए। इससे आपको व्रत का फल नहीं मिलेगा।
- भगवान विष्णु को भोग तुलसी दल के साथ लगाएं।
- एकादशी दिन किसी को गलत न बोले, अपने मन को शांत रखें। इसके साथ ही नशीली चीजों का सेवन करना से बचना चाहिए।
- कभी भी पूजा करते समय चावल का इस्तेमाल न करें। उसकी जगह तिल का करें इस्तेमाल करें। शास्त्रों के अनुसार एकादशी में चावल का सेवन करने से मन में चंचलता आती है जिसके कारण मन भटकता है इसलिए चावल खाने से बचना चाहिए।