धर्म डेस्क: आज श्रावण कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि और शनिवार का दिन है। आज दोपहर 02 बजकर 59 मिनट तक सारे काम सिद्ध करने वाला रवि योग रहेगा। इस दौरान आप जो भी काम करेंगे, उसमें आपको निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। आज के दिन त्रिपुरा में केर पूजा की जायेगी। साथ ही आपको बता दूं कि आज कालाष्टमी है। दरअसल सप्तमी तिथि आज दोपहर 12:05 तक ही रहेगी, उसके बाद अष्टमी तिथि लग जायेगी और हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनायी जाती है। कालाष्टमी के दिन भगवान शंकर के भैरव स्वरूप की उपासना की जाती है। दरअसल भैरव के तीन रूप हैं- काल भैरव, बटुक भैरव और रूरू भैरव।
आज के दिन इनमें से काल भैरव की उपासना की जाती है। कहते हैं आज के दिन भगवान शंकर के काल भैरव स्वरूप की उपासना करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर होंगी और आपकी मनचाही मुरादें पूरी होंगी। तो आज कालाष्टमी के दिन विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति के लिये, अपने बिजनेस को दूर शहरों या विदेशों तक फैलाने के लिये, अपने सुख-साधनों में बढ़ोतरी के लिये, जीवन में खुशहाली पाने के लिये और परेशानियों को दूर करने के लिये, साथ ही भय से छुटकारा पाने के लिये, बिजनेस पार्टनर से सहयोग पाने के लिये, जीवनसाथी की परेशानी को दूर करने के लिये, बच्चे के सिर से जादू-टोने का असर खत्म करने के लिये और उसकी तरक्की के लिये, अपनी दुविधा का हल निकालने के लिये, घर से निगेटिविटी को दूर करने के लिये, आर्थिक रूप से लाभ में बढ़ोतरी के लिये और जीवन में स्थिरता बनाये रखने के लिये क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
अपने बिजनेस को दूर शहरों या विदेशों में फैलाना चाहते हैं तो उसके लिये आज के दिन किसी भैरव मन्दिर में जाकर भैरव जी को सवा सौ ग्राम साबुत उड़द चढ़ाएं और चढ़ाने के बाद उसमें से 11 उड़द के दाने गिनकर अलग निकाल लें और उन्हें एक काले कपड़े में बांधकर अपने कार्यस्थल पर तिजोरी में रख दें। साथ ही ध्यान रखें कि दानों को कपड़े में रखते समय हर दाने के साथ ये मंत्र पढ़ें- ‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘ आज के दिन ऐसा करने से आपका बिजनेस दूर शहरों और विदेशों तक फैलेगा।वृष राशि
अगर आप अपने सुख-साधनों में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो आज के दिन आपको भैरव जी के आगे मिट्टी के दीपक में सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए और दीपक जलाते समय दो बार मंत्र पढ़ना चाहिए- ‘ऊँ ह्रीं बटुकाय आपद्उद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ।‘ साथ ही भैरव जी से अपने सुख-साधनों में बढ़ोतरी के लिये प्रार्थना करनी चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपके सुख-साधनों में निश्चय ही बढ़ोतरी होगी।