आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि और शुक्रवार का दिन है। सप्तमी तिथि सुबह 8 बजकर 09 मिनट तक रहेगी। इसके बाद अष्टमी तिथि लग जाएगी। चूंकि अष्टमी तिथि आज से शुरू होकर कल सुबह 08 बजकर 32 मिनट तक रहेगी और कल उदयकालीन अष्टमी तिथि है। लिहाज़ा हर बार की तरह इस बार भी लोग उलझन में हैं कि उन्हे जन्माष्टमी का व्रत कब करना चाहिए। जन्माष्टमी 23 अगस्त को मनाएं या 24 को इस बात को लेकर विरोधाभास है।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था, कृष्ण जन्म के समय रोहिणी नक्षत्र था, सूर्य सिंह राशि में तो चंद्रमा वृषभ राशि में था। इसलिए जब रात में अष्टमी तिथि हो उसी दिन जन्माष्टमी का व्रत करना चाहिए। चूंकि 23 अगस्त को अष्टमी की रात पर रोहिणी नक्षत्र भी है लिहाज़ा गृहस्थों को आज ही जन्माष्टमी का व्रत करना है। 24 अगस्त को वैष्णव संप्रदाय व सन्यासी व्रत रखेंगे क्योंकि वैष्णव संप्रदाय उदयकालीन अष्टमी के दिन व्रत करते हैं और ये गोकुलष्टमी व नंदोत्सव मनाते हैं ना कि जन्माष्टमी।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार आज रात ठीक 12 बजे बाल गोपाल का जन्म होगा और हर ओर आनंद ही आनंद होगा। ऐसे में माना जाता है कि जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को कुछ खास चीज़े अर्पित की जाएं तो नंदलाला जल्द प्रसन्न होते हैं। निशीथव्यापिनी जन्माष्टमी में कृष्ण जी को ये खास चीजें अर्पित करनी चाहिए।
- आज आप चांदी की बांसुरी कृष्ण जी को अर्पित करें, आपके वैवाहिक जीवन में खुशहाली आएगी।
- श्री कृष्ण को तुलसी आज के दिन ज़रूर अर्पित करनी चाहिए। इससे सभी तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है।
- आज भगवान श्रीकृष्ण को शंख में दूध डालकर स्नान कराया जाए तो मान-सम्मान में बढ़ोतरी होती है।
- भगवान श्रीकृष्ण को मोर पंख बहुत प्रिय है। आज दो मोर पंख लेकर एक मोर पंख कृष्ण जी को अर्पित करें और दूसरा मोर पंख तिजोरी में रख दें। धन प्राप्ति होगी।
- आज इस खास दिन भगवान कृष्ण को पारिजात या शैफाली के फूल अर्पित करें। आपकी हर मनोकामना जरूर पूरी होगी।
Janmashtami Spl: कृष्ण आज भी रास रचाते हैं रहस्यमयी निधिवन में, रात में ठहरने वाला नहीं बचा जिंदा!