- ये तीनों साधनाएं बहुत ही भयानक होती है। शिव साधना में अधोरी शव के ऊपर पैर रखकर साधना करता है। वही श्मशान साधना ही एक ऐसी साधना होती है जहां पर आम इंसान जा सकते है। इसमें शव को जिस जगह जलाया जाता है। वहां पर पूजा की जाती है।
- अघोरियों का एकमात्र उद्देश्य होता है। अपने उपासक शिव की साधना करना और उन्हे पानी। जिसके लिए वह कठिन से कठिन तपस्या भी करते है। यह अधिकतर एक ही जगह साधना करता है। वह है श्मशान। अमूमन ये क्रिया रात में ही करते हैं।
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