सरकार का बताया, ''आज की जनरेशन में सबसे ज्यादा स्मार्टफोन के यूजर्स है और सभी मीडिया कंपनी चाहती है कि उनका भी ऑनलाइन में अपना अस्तित्व हो। वहीं किताबें किसी तीसरे शख्स पर निर्भर करती है। ऐसे में कैसे हो सकती थी इस एप की शुरुआत'' और आज आज 7000 बुक्स आपको इस एप में मिल जाएगी। अब हम चाहते है कि एक हिंदी प्लेटफार्म भी बनाया जाए।
ऐसे शुरु हुआ Juggernaut
साल 2015 में चिकी सरकार और दुर्गा रघुनाथन, जोकि नेटवर्क 18 डिजीटल के पूर्व सीईओ हैं ने की थी। जगरनॉट एप को एंड्रॉयड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर अब तक 10 लाख से ज्यादा डाउनलोड किया जा चुका है।
ऐसे जुटाया फंड
इस बारें में सरकार कहती है कि कई निवेशकों ने उनके इस प्रोजक्ट में निवेश किया। इनमें थे इंफोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि, फेबिइंडिया के प्रमोटर विलियम बिसेल, बस्टन कंस्लटिंग ग्रुप इंडिया मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज अग्रवाल जिन्होंने 2.2 डॉलर मिलियन दिए।
सरकार ने बताया इस समय 'एयरटेल' ने सबसे ज्यादा हमारे एप में सबसे ज्यादा निवेश कर रहा है।
क्या है ई-बुक्स का प्राइज
इस बारें में सरकार का कहना है कि क्लासिक के साथ-साथ जार्ज आर्वेल, जेन ऑस्टेन की किताबे फ्री है। वहीं दूसरी किताबे 10 रुपए से 250 रुपए तक में आसानी से मिल जाएगी। जिसमें ट्विकल खन्ना, अरुंधति रॉय, राजदीप सरदेसाई और सनी लियोन जैसे लेखक शामिल है।