जिसकी ऐसी ठोड़ी होती है। वह व्यक्ति हमेशा सच बोलता है साथ ही वह हर नियमो का पालन करता है। ऐसे लोग गंभीर और कम बोलने वाले होते हैं। साथ ही जब यह बोलेगे तो किसी काम या फिर किसी सटिक जवाब में ही बोलेगे।
जब यह कुछ बोलते तो इनकी बात को कोई नकार नही सकता। ऐसे व्यक्ति जो भी काम करते। वह बिना स्वार्थ करते जिसके कारण इनका सम्मान परिवार के साथ-साथ समाज में भी होता है। ऐसे लोग आर्थिक रुप से भी मजबूत होते है।
मुख के अंदर दबी हुई ठोड़ी
समुद्रशास्त्र के अनुसार माना जाता है कि ऐसी ठोड़ी वाले लोग काफी चंचल होते है। साथ ही यह भी काफी आलसी, निराशावादी व मायूस प्रवृत्ति के होते है। ये मानसिक रूप से पूर्ण स्वस्थ नहीं होते। इसलिए इनमें सोचने-समझने की क्षमता में थोड़ी कम होती है। ये बहुत अधिक बोलते हैं।
लेकिन इनको इस बात का पता नही होता कि यह क्या रहे है। जिसके कारण यह बोलने से दूर भागते है। ऐसे लोग कोई भी कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, लेकिन अति उत्साह में कभी-कभी ये हंसी व गुस्से के पात्र बन जाते हैं।
वर्गाकार ठोड़ी
समुद्रशास्त्र के अनुसार ये ठोड़ी समकोण की स्थिति में होती है। ऐसी ठोड़ी वाले लोग आमतौर पर आर्थिक रूप से संपन्न होते हैं। इनके पास धन की कोई कमी नहीं होती। इसी पैसे के कारण इनमें कई अवगुण आ जाते हैं।
ऐसे लोग वासना से युक्त और अपनी ताकत का दुरूपयोग करने वाले होते हैं। इन्हें आराम पसंद होता है। इसलिए ये थोड़े आलसी भी होते हैं। इनके पास अपने आराम का हर सामान उपलब्ध होता है।
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