पैर की अंगुली
बृहद संहिता के अनुसार ऐसी स्त्री जिसके पैर की कनिष्ठिका अंगुली या उसके साथ वाली अंगुली, धरती को स्पर्श ना करती हो, अंगूठे के साथ वाली अंगुली अंगूठे से बहुत ज्यादा लंबी हो तो ऐसी स्त्रियां हालात और स्थिति के अनुसार अपना चरित्र बदल लेती हैं। ऐसी महिलाएं अत्याधिक क्रोधी स्वभाव की होती हैं और उन पर नियंत्रण स्थापित करना बहुत कठिन होता है। इनके चरित्र पर विश्वास नहीं किया जा सकता। जिन महिलाओं के पैर का पिछला भाग काफी मोटा और उठाव लिए होता है, उस भाग की नसें उभरी होती हैं, ऐसी महिलाएं घर के लिए शुभ नहीं होतीं।
इसके उलट अगर पांव का यह भाग मांसहीन, सूखा हो तो ऐसी महिला अपने जीवन में विभिन्न प्रकार के कष्टों का सामना करती है।