तुला: तुला राशि के स्वामी शुक्र है तथा यह चर राशि है। शुक्र के प्रभाव स्वरूप जातक में कोमलता का भाव देखा जा सकता है। इससे प्रभावित होने पर आप शांतिप्रिय, न्यायवादी तथा संतुलित व्यक्ति होते हैं। आपका व्यक्तित्व दूसरों का दिल जीतने वाला होता है।
प्रेम संबंधों के लिए कैसा रहेगा ये साल?
वर्ष प्रवेश के समय सप्तमेश मंगल यानि जीवन साथ के घर का मालिक मंगल के खाने में बैठा हुआ है। मंगल रोमांश को जला रहा है। लेकिन सप्तमेश का शुभस्थान पर बैठना यह देता है कि दाम्पत्य जीवन सुखी रहेगा। पंचम स्थान पर केतु का बैठना स्त्री जातकों के लिए रोमांस से वंचित होने की सूचना है। लेकिन साथ ही वहां पर शुक्र की उपस्थिति कुछ मधुर वातावरण बनाने में कामयाब रहेगी।
राहु की दृष्टि शुक्र को बल भी दे रही है और मंगल की भीषणता को समरसता में बदलने की कोशिश कर रही है। अप्रैल के महीने में कुंवारे लोगों को शादी के लायक प्रपोजल मिल सकता है। घर बसाने की दृष्टि से अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के महीने भी महत्वपूर्ण है। विवादित लोगों को मई, जून और सितम्बर के महीनों मे एक दूसरे के प्रति आदर भाव बनाएं रखें।
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