कन्या: कन्या राशि का स्वामी बुध ग्रह है। इसलिए इस राशि के व्यक्ति सौम्य, गुणी, वाकपटु, चतुर, चालाक व हर काम करने में निपुण होते हैं। ग्रहों में बुध को राजकुमार की उपाधि प्राप्त है, इसलिए आप सदैव ऊर्जावान बने रहते हैं । आप अच्छे लेखक हो सकते हैं, आपको ललित कलाओं से भी बहुत प्यार होता है।
प्रेम संबंधों के लिए कैसा रहेगा ये साल?
वर्ष प्रवेश के समय सप्तमेश की पूर्ण दृष्टि सप्तम स्थान पर रहेगी यानि जीवन साथी के घर के मालिक की भरपूर नजर अपने ही घर पर है। पूर्ण दाम्पत्य सुख प्राप्त होगा। पंचम स्थान पर चंन्द्रमा एकादश स्थान पर अपनी राशि को पूर्ण दृष्टि से देख रहा है। पंचम स्थान रोमांस का होता है और चंन्द्रमा प्रेम का प्रतीक है। पांचवे घर में चन्द्रमा होने से नए प्रेम-संबंध बनेंगे।
भरपूर रोमांस हासिल होगा। एकादश स्थान यानि ग्यारहवां खाना आमदनी और कामनापूर्ति का है। उस घर में चन्द्रमा की राशि यानि आपके कामनापूर्ति का स्वामी चंन्द्रमा है। जोकि वर्ष प्रवेश के समय अपने घर को अत्यंत शुभ दृष्टि से देख रहा है। यानि सभी कामनाएं पूरी होंगी और प्रेम-संबंधी कामनाएं विषेश रूप से पूरी होगी। इस दृष्टि से आपका ये साल बेहद रोमांटिक और शानदार है।
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