हेल्थ और फिटनेस के लिहाज से कैसे रहेगा साल
स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। अरोग्य लाभ होगा। शारीरिक क्षमता में बढ़ोतरी होगी और साहसिक कार्यो में सफलता मिलेगी। कमर और जांघ में पीड़ा होगी। आपको इस समय कसरत के साथ-साथ आराम के महत्तव को भी ध्यान में रखना होगा। नेत्र पीड़ा और रोग भी हो सकते है। मन में विरक्ति का भाव आ सकता है और जीवन में अपनी निगेटिविटी सघन चिंता हो सकती है।
मन में उदासी और यदा-कदा क्रोध भी महसूस करेंगे। इस वर्ष आपको प्रमुख बीमारियां होगी एसिडीटी, गैस और कन्फ्यूजन। एसिडीटी के कारण दांतों और कानों में भी तकलीफ होगी। कानों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। गैस की अधिकता के कारण चित्त में विचलन रहेगा और सुसाइडल टेंडेसीज यानि आत्महत्या की प्रवृत्ति विकासित होंगी।
दिमागी तौर पर आप हमेशा भ्रम की स्थिति में रहेंगे। इन सब चीजों से बचने के लिए जौ का आटा और सफेद तिल दान करें और मुमकिन हो तो सेवन भी करें। मकर संक्रांति के दिन ब्राह्मण को दिए जाने वाले दान में घी की मात्रा बढ़ाने से उत्तम अरोग्य की प्राप्ति होगी।
शिक्षा
मनचाही शिक्षा मिलेगी। कला संकाय के विद्यार्थियों को साहित्य, राजनीति, भाशा, अर्थषास्त्र, इतिहास, सामाजिक विज्ञान, चित्रकला, संगीत, स्थापत्य, योजना बर्फ और पानी से जुड़ी हुई विद्याओं के जानकारों को इस वर्ष सफलता ही सफलता प्राप्त होगी और भी अधिक सफलता के लिए पूर्णिमा के दिन भगवान शंकर को दूध और चावल चढ़ाएं।
सोमवार के दिन माता दुर्गा को चुनरी चढ़ाएं और किसी वृद्धि स्त्री को चांदी की कोई चीज गिफ्ट करके उनसे आशीर्वाद के रूप में थोड़े से चावल लेकर उन्हें सफेद सूती कपड़े में लपेटकर अपने पास रखें । खरगोश को चारा दे।
यदि संभव न हो तो उत्तर-पश्चिम दिशा के बीच में खरगोश का चित्र लगाएं। किसी मलमल के कपड़े या सूती कपड़े के व्यवसायी को नमस्कार करें। किसी जैन मंदिर में जाकर किसी जैन संत को प्रणाम कर आशीर्वाद ग्रहण करें। इन उपायों से आपको मनचाही विद्या सुनिश्चित हो जाएगी।