धर्म डेस्क: मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह है जिसे सभी ग्रहों में राजकुमार का दर्जा मिला हुआ है। बुध के प्रभाव स्वरूप इस राशि के लोगों को बुद्धिमान व वाकपटु माना गया है। इस राशि का जातक विचारशील, परिश्रमी तथा बहुमुखी प्रतिभा का धनी होता है।
करियर के नजरिए से नया साल
मिथुन राशि वालों करियर की दृष्टी से ये साल आपके लिए परिवर्तनों से भरा रहेगा। बार-बार व्यवसाय बदलने की संभावनाएं पैदा होगी। विज्ञान, इलेक्ट्रोनिक्स और संगीत के क्षेत्र के लोगों को विषेश सफलताएं प्राप्त होंगी।
अगर आप राजनीति् के क्षेत्र में है तो आपकी छवि एक उदारवादी नेता के रूप में बनेगी। जन्म स्थान की अपेक्षा विदेश में ज्यादा सफलता और ख्याति मिलने की संभावना है। बृहस्पति का दान उपचार करने से आपके करियर में आ रही बाधाएं खत्म होकर विशेष लाभ प्राप्त होगा।
आप अपने करियर को अत्यंत रहस्यपूर्ण तरीके से सफलता की ऊंचाइयों तक ले जाने में सफल रहेगे। नई कलाओं और नई विद्याओ में आपकी रूचि रहेगी। 26 जनवरी के बाद आपकी जिम्मेदारियां और देनदारी दोनों बढ़ सकती है। 21 जून से 25 अगस्त के बीच आपको अपने व्यवसाय के लिए नई कार्य योजना बनानी चाहिए।
फाइनेंशियल कंडीशन के लिहाज कैसे रहेगा आपका नया साल
आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी लेकिन धन के मामले में सावधानी बरतने की जरूरत है। दूसरों पर आंख बंद करके विश्वास करना ठीक नहीं है। घर आए मेहमानों का स्वागत करने से आर्थिक स्थिति अच्छी होगी और क्रोध करने से पैसा और खुशियां दोनों घटेंगे।
अचानक धन का लाभ हो सकता है। न केवल आमदनी बढ़ेगी बल्कि बहुत तरह के लाभ भी होगें पैसा इतना हो जाएगा कि पिछले रूके हुए काम भी पूरे हो जाएंगे लेकिन गलत लोगो पर भरोसा गलत आंकलन और गलत काम पैसे को पूरी तरह नाली में बहा भी सकते है।
बढ़ी हुई आमदनी से अगर धर्म के काम करेंगे, तीर्थ यात्रा करेंगे और पिता के प्रति श्रद्र्धा का भाव रखेंगे तो निश्चित ही धन का लाभ होगा। उच्चश्रंखल और उतदंड किस्म के लोगों की संगत आर्थिक हानि कराएगी। अपने पैसे का दिखावा न करें। नजर लग सकती है।
प्रेम संबंधों के लिए कैसे रहेगा साल
जीवन साथी का व्यवहार प्रेम-पूर्ण होगा, फिर भी आपके एक्स्ट्रा मैरिटल रिलेशन बनने की संभावना है। किसी नितांत, बेतकल्लुफ, बेलास और बेशर्म व्यक्ति से आपका अफेयर हो सकता है। वैर-विरोध और असहयोग की स्थिति बन सकती है, उससे बचना चाहिए। शांत रहने से संतान और स्त्री पक्ष दोनों से ही संबंध अच्छे हो जाएंगे। वाणी पर संयम खोते ही विरोधी पक्ष उग्र हो जाएगा।
अगली स्लाइड में पड़े हेल्थ और एजूकेशन के बारें में