हेल्थ और फिटनेस के लिहाज से कैसे रहेगा साल
मानसिक और शारीरिक दोनों ही स्वास्थ्य ढ़ीले रहेंगे। अपयश के कारण हुए ग्लानि-बोध से चित्त लगातार खिन्न रहेगा। कफ और पित्त जनित रोग के शिकार होंगे। शारीरिक दुर्बलता भी रहेंगी। यात्रा के दौरान अस्वस्थ होने की संभावना रहेगी। जिन लोगो को पहले से शुगर या बी-पी की तकलीफ है उन्हें इस बीच विषेश सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
6 अप्रैल को रोग और शत्रु स्थान शनि की वक्री होने से भयंकर पीड़ा की सूचना मिल रही है। 25 अगस्त के बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। दूर स्थान या विशेष यात्रा इस समय स्थागित रखने में ही कल्याण है। चित्त चंचल रहने से स्वभाव अस्थिर रहेगा और आचरण की अशुद्धता शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए धातक सिद्ध होगी।
एजूकेशन
शिक्षा के मामले में कर्क राशि वालों के लिए अच्छा संदश है। वर्ष प्रवेश के समय शनि पंचम स्थान यानि विद्या भाव में बैठा है। 26 जनवरी को शनि पंचम स्थान से छठे स्थान पर चला जाएगा। तब विद्या प्राप्ति में आ रही बाधांए समाप्त हो जाएंगी। लेकिन ध्यान रहे कि यही शनि 21 जून को वक्री होकर वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा।
वक्री होकर इसका यह पंचम स्थान पर प्रवेश विद्या के क्षेत्र में नए सिरे से बाधाओं को दिखाता है। शनि 25 अगस्त को मार्गी हो जाएगा यानि विद्या संबंधी दिक्कते कम होंगी लेकिन यह 27 अक्टूबर तक वहीं बैठा रहेगा तो विद्या के मामले में पूरी तरह आराम 27 अक्टूबर के बाद ही मिलेगा। इस मामले में बृहस्पति का गोचर कोई मदद नहीं कर पा रहा है।