धर्म डेस्क: वृष राशि वालों आप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह बहुत अच्छी तरह से करते हैं। परिवार की सुख-समृद्धि के लिए जितना आपके वश में होता है उससे बढ़कर करते हैं। आपकी अपनी विचारधारा बहुत मजबूत होती है, आपकी एक खासियत यह भी है कि आप जो काम आरंभ करते हैं उसे तब तक करते रहते हैं जब तक कि आप किसी परिणाम पर नहीं पहुंच जाते हैं। वृषभ राशि के स्वामी ग्रह शुक्र की गिनती सौम्य ग्रहों में होती है। इसका संबंध कला से है। शुक्र भोग का कारक है इसलिए सभी भोगवादी वस्तुएं इस ग्रह के अन्तर्गत आती हैं।
करियर
करियर संघर्ष से सफलता प्राप्त होगी। सालभर शत्रु शड्यंत्र करते रहेंगे। करियर की भाग-दौड़, आपा-धापी में आपका दाम्पत्य जीवन भी विपरित रूप से प्रभावित होगा। लेकिन तरक्की होगी और अधिकार प्राप्त होगा।जो लोग बिजनेस में है उनको लाभ और सफलता दोनो प्राप्त होगी। ध्यान रहे कि विजय पाने के लिए कभी-कभी कठोर होना पड़ता है। इस साल आपके लिए ग्रहों का यही निर्देश है। 12 सितंबर के बाद विशेष व्यवसायिक सफलता प्राप्त होगी। दैनिक रोजगार में आ रही बाधाएं दूर हो जाएंगी। 6 अप्रैल से 21 जून के बीच पदोन्नती के रास्ते में बाधाएं आएंगी। 27 अक्टूबर से लेकर 31 दिसंबर का समय नौकरी और व्यवसाय में विशेष उन्नति करवाने वाला होगा।
फाइनेंशियल कंडीशन के लिहाज कैसे रहेगा आपका नया साल
आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। राहु से लाभ ही नहीं सफलता भी मिलेगी। सरकारी अधिकारियों से अच्छे सम्बन्ध बनेगे। इससे लाभ का रास्ता भी खुलेगा। शड्यंत्रकारी विपक्षी तरह-तरह की मुसीबतें खड़ी करने की कोशिश करेंगे। लेकिन एक रास्ता हल्का पड़ते ही अपने आप दूसरा रास्ता खुल जाएगा और कुछ देर बाद पहला रास्ता भी दोबारा साफ हो जाएगा।
जुलाई और अगस्त के महीनों में की गई भाग-दौड़ के परिणामस्वरूप सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के महीने शानदार साबित होंगे। साल की शुरूआत में आर्थिक स्थिति जितनी डांवा-डोल दिखेगी, साल के अंत में उतनी ही मजबूत होगी। हर दिन आर्थिक तरक्की का नया रास्ता खोलेगा।
प्रेम संबंधों के लिए कैसे रहेगा साल
26 जनवरी के बाद जीवन साथी का लगातार स्नेह हासिल होगा। अप्रैल, मई, और जून में दाम्पत्य संबंधों में मतभेद की स्थिति बन सकती है। इसके पहले 6 फरवरी से 9 जून तक का समय बृहस्पति के पंचम स्थान पर वक्री होने के कारण प्रेम-संबंधों को हानि पहुंचाएगा। आप विवाहित हो या अविवाहित दोनों ही स्थितियों में हानि प्रेम-संबधों को ही है।
21 जून के बाद परिस्थितियां सुधरेगी। लेकिन 25 अगस्त से 27 अक्टूबर तक सप्तम स्थान पर मार्गी शनि का गोचर दाम्पत्य संबंधों में गजब की मिठास भर देगा। 27 अक्टूबर को शनि के इस शुभप्रभाव के खत्म होने के पहले 6 फरवरी 2017 से 13 सितम्बर 2017 तक रोमांस की हानि करने वाला ग्रह तुला राशि में चला जाएगा और शुभस्थिति बनेगी।
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