हिंदू धर्म में प्रमुख त्योहारों में से एक होली का पर्व माना जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन के रुप में मनाया जाता है। इस साल होलिका दहन के समय काफी खास योग लग रहे हैं। इस दिन शाम शाम 4 बजकर 57 मिनट तक धृति योग रहेगा। इसके साथ ही देर रात 1 बजकर 9 मिनट तक
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र रहेगा | होलिका दहन के समय कुछ खास उपाय करने से आपके ऊपर मां लक्ष्मी का आर्शीवाद होता है। जानें आचार्य इंदु प्रकाश से इस दिन क्या काम करना होगा शुभ।
होली से संबंधी अन्य बातों को जानने के लिए देखें 9 मार्च की सुबह 7 बजकर 30 मिनट से इंडिया टीवी का खास शो 'भविष्यवाणी' आचार्य इंदु प्रकाश के साथ।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ: 9 मार्च सुबह 3 बजकर 5 मिनट से
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 9 मार्च रात 11 बजकर 18 मिनट तक।
होलिका दहन का मुहूर्त: होलिका दहन प्रदोष काल के बाद किया जायेगा | क्योंकि 9 मार्च को दोपहर 1 बजकर 11 मिनट तक पृथ्वी लोक की भद्रा रहेगी | आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ और मीन राशि में होता है, तो पृथ्वी लोक की भद्रा होती है और आज चन्द्रमा सिंह राशि में है | .चूंकि भद्रा काल दोपहर में ही ख़त्म हो जायेगा और होलिका दहन प्रदोष काल के बाद होता है | लिहाजा भद्रा का कोई लेना-देना इस साल होलिका दहन से नहीं होगा | इसके साथ ही आज से होलाष्टक भी समाप्त हो जायेंगे, जिसके चलते विवाह आदि सभी शुभ कार्य अब फिर से शुरू हो जायेंगे |
होली 2020: होलिका दहन के दिन राशिनुसार करें ये खास उपाय, सुख-समृद्धि में तेजी से होगी वृद्धि
होलिका दहन के समय करें ये काम
- होलिका पूजा के बाद होली की परिक्रमा करनी चाहिए और होली में जौ या गेहूं की बाली, चना, मूंग, चावल, नारियल, गन्ना, बताशे आदि चीज़ें डालनी चाहिए |
- होली की आग में जौ की बालियों को भूनकर प्रसाद के रूप में खाना और सबको बांटना चाहिए |
- होली की बुझी हुई राख को घर लाना चाहिए | इस राख की जरूरत आपको धुलेंडी वाले दिन पड़ेगी |
- होलिकादहन के बाद सबको होली के रंगों से टीका भी लगाना चाहिए |