5. सिंह राशि
वर्ष प्रवेश के समय चन्द्रमा छठें घर में है। चन्द्रमा चंचल है। चन्द्रमा शीतकारक भी है। बार-बार सर्दी जुकाम होगा। चन्द्रमा मन का भी कारक है श्चन्द्रमामनसोजातोश् तो रोग स्थान पर चन्द्रमा की स्थिति मन में पीड़ा संत्रास और कुछ दुविधाएं भी दे सकती है। लेकिन कुछ भी स्थायी नहीं होगा। क्षणें-रूष्टा, क्षणें-तुष्टा, रूष्टा-तुष्टा क्षणें-क्षणें यही चन्द्रमा का स्वभाव है। क्षण में ठीक क्षण में गड़बड़। क्योंकि 'घटता-बढ़ता चांद रोज ही' नेत्र और गले संबंधी रोग भी हो सकते है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए भगवान शंकर को काले तिल चढ़ाए। श्री गणेश को दुर्वा चढ़ाएं और पूर्णिमा के दिन शिव मंदिर में दूध और चावल दान करें।