धर्म डेस्क: अमावस्या में श्रावण मास की अमावस्या का अपना ही एक अलग महत्व होता है। इसे हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। सावन के पावन महीने की 23 जुलाई को अमावस्या है। सावन और अमावस्या के योग में पूजा-अर्चना करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं। (शनिवार: इन 6 राशियों के लिए बुरा साबित होगा ये अशुभ नक्षत्र)
हरियाली अमावस पर पीपल के वृक्ष की पूजा एवं फेरे किये जाते है तथा मालपूए का भोग बनाकर चढाये जाने की परम्परा है। हरियाली अमावस्या पर वृक्षारोपण का अधिक महत्व है। इस दिन उन लोगों का तर्पण करने से आपके पूर्वजों की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहती है। इस दिन कोई शुभ उपाय करने से पितर अधिक प्रसन्न होते है। जिसके कारण आपके घर लक्ष्मी खुद चलकर आती है। इन उपायों में से कोई एक उपाय अपनाएं। जानिए इन उपायों के बारें में। (नींबू सहित इन उपायों से करें मां काली को प्रसन्न, होगी हर कामना पूर्ण)
- इस दिन भगवान शिव को खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है। इसलि्ए सूर्यास्त के बाद घर में खीर बनाएं और इशका भोग लगाएं।
- इस दिन चीटियों को चीनी मिला हुआ आटा खिलाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपके पाप कर्मों का प्रायश्चित होगा साथ ही आपको हर काम में सफलता और हर इच्छा पूरी होगी।(इस बार रक्षाबंधन में ग्रहण का काला साया, इस मुहूर्त में ही बांधे भाई को राखी)
- आज शाम को एक गाय के घी का दीपक लगाएं। और बत्ती बनाने में रुई का इस्तेमाल न करके लाल रगं के धागे का इस्तेमाल करें और इसमें थोड़ी सी केसर डालें। फिर इसे घर के ईशान कोण में जलाएं। इससे आपके घर में सुख-समृद्धि आएगी। और महालक्ष्मी कृपा हमेशा बनी रहेगी।
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