सावन महीने की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है और कई जगहों पर इसे चितलगी अमावस्या भी कहते हैं। सबसे अहम बात ये है कि सावन के महीने में चारों तरफ हरियाली होती है। इसलिए पुराणों में भी हरियाली अमावस्या को पर्यावरण संरक्षण के रूप में मनाने की परंपरा है। हमारी संस्कृति में वृक्षों को भगवान के रूप में पूजा जाता है। कहते हैं- हर वृक्ष में किसी न किसी देवता का वास होता है। जैसे पीपल के वृक्ष में तीनों महाशक्ति ब्रह्मा, विष्णु और शिवजी का वास माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार हर व्यक्ति को आज कोई न कोई पौधा आवश्य लगाना चाहिए। अगर आज न लगा सके तो आज से आने वाले आठ दिन तक कभी भी लगा लें। यही कारण है कि हरियाली अमावस्या बेहद ही विशेष मानी जा रही है। सावन का महीना हरियाली का द्योतक है। इस पूरे महीने चारों ओर ग्रीनरी बढ़ जाती है इसलिए इस अमावस्या का संबंध पर्यावरण से भी है।
आइए जानते हैं इस हरियाली अमावस्या पर राशि के अनुसार कौन सा पौधे लगाने से आपके संकट और पितृ दोष दूर होगा।
Hariyali Amavasya 2021: हरियाली अमावस्या कब? जानिए शुभ मुहूर्त, व्रत कथा और पितरों का तर्पण करने की विधि
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए इस अमावस्या पर आंवले का पौधा लगाना सबसे उत्तम है।
वृष राशि
वृष राशि के जातक जामुन का पौधा लगाएं तो उनके सारे कष्ट समाप्त हो जाएंगे।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों को इस अमावस्या पर चंपा के फूलों का पौधा लगान चाहिए।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातक ज्योतिष के अनुसार पीपल का पौधा लगांए।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों को पितृ दोष से मुक्ति के लिए बरगद का पेड़ लगाना चाहिए।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातके इस अमावस्या पर बेल का पेड़ लगाएं, भगवान शिव उन पर अवश्य कृपा करेंगे।
तुला राशि
तुला राशि वालों को अर्जुन का पेड़ लगाना चाहिए।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातक इस अमावस्या पर नीम का पौधा लगाना चाहिए।
धनु राशि
धुन राशि के जातक कनेर का पेड़ लागांए।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों को शमी का वृक्ष लगाना चाहिए।
कुंभ राशि
कुभं राशि के जातक इस अमावस्या पर आम का पौधा लगाएं।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों बेर का पौधा लगान चाहिए।