हरगोविंद सिंह सिक्खों के छठे गुरु थे। सिक्ख धर्म के पंचांग के अनुसार गरु हरगोविंद सिंह की जयंती 18 जून को यानि आज मनाई जा रही है। इनका जन्म 18 जून 1595 को हुआ था और इनकी मृत्यु 1644 ई में हुई थी। उन्होंने सिक्ख समुदाय को सेना के रूप में संगठित किया था। हरगोविंद सिंह महज 11 साल की उम्र में ही 1606 ई में अपने पित से गुरु की उपाधि प्राप्त कर ली थी।
गुरु हरगोबिंद सिंह एक शक्तिशाली योद्धा थे और उन्होंने दूसरे सिखों को भी लड़ने का प्रशिक्षण दिया। गुरु हरगोबिंद सिंह ने इस बात का अपना मूल सिद्धांत बनाया कि एक सिख योद्धा केवल बचाव के लिए तलवार उठाएगा न कि हमके लिए । गुरु जी ने ही अकाल तख्त साहिब का निर्माण करवाया था। अकाल तख्त साहिब समाज में सिक्ख शक्ति के लिए एक बड़ी संस्था के रूप में उभरा। साथ ही इसे सामाजिक और ऐतिहासिक पहचान दिलाई। इन सभी कामों के पीछे हरगोविंद सिंह की ही सोच थी।