नई दिल्ली: रोशनी का त्योहार आने वाला है। इस साल दिवाली 7 नवंबर को मनाई जाएगी। दिवाली अपने साथ कई त्योहारों को लाती है। जैसे कि दिवाली के दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाएगा और दीवाली के एक दिन बाद गोवर्धवन पूजा। यह पूजा कई घरों में मनाई जाती है और खासकर वह लोग तो यह पूजा जरूर करते हैं, जो श्रीकृष्ण के भक्त होते हैं। श्रीकृष्ण तो गोवर्धन धारी भी कहते हैं।
कब है गोवर्धन पूजा
गोवर्धन पूजा को कुछ लोग अन्नकूट पूजा भी कहते हैं। इस साल 8 नवंबर को यह त्योहार मनाया जाएगा।
गोवर्धन पूजा का मुहूर्त
गोवर्धन पूजा प्रात:काल मुहूर्त: सुबह 6:45-8:57
गोवर्धन पूजा सायंकाल मुहूर्त: शाम 3:32-5:43
प्रतिपदा तिथि की शुरुआत: 7 नवंबर 2018 को शाम 9:31
प्रतिपदा तिथि का समापन: 8 नवंबर 2018 को शाम 9:07 बजे
कैसे करें गोवर्धन पूजा
गोवर्धन पूजा के दिन विशेष रूप से गाय-बैलों को भी सजाया जाता है। जिनके पास गाय होती है, वह गायों को प्रात: स्नान करा कर, उन्हें कुमकुम, अक्षत, फूल-मालाओं से सजाते हैं। इसके साथ ही गोवर्धन को गोबर से बना कर पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन गायों की सेवा करने से आपका कल्याण होता है।
गोवर्धन को गोबर से बनाकर इसमें रुई और करवे की सीके लगाकर पूजा की जाती है। गोबर पर खील, बताशे ओर शक्कर के खिलौने चढाये जाते है। इसके बाद शाम को रोज इनके सामने दीपक जलाया जाता है।
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