धर्म डेस्क: हमारे समाज में स्त्रियों, लड़कियों का बहुत ही ऊंचा दर्जा है। उन्हें घर की लक्ष्मी माना जाता है। जिनके बिना घर मंदिर के बजाय और ही कुछ बन जाता है। एक स्त्री किसी भी रुप में हो सकती है। फिर चाहे वो मां, बहन, पत्नी या दोस्त ही क्यों न हो। इस कारण इनकी रक्षा, मान-सम्मान करना हमारा फर्ज है। स्त्रियों को लेकर गरुड़ पुराण में कई ऐसी चीजें बताई गई है। जो कि हमारे जीवन में बहुत ही ज्यादा प्रभाव डालती है।
ये भी पढ़े
- चाणक्य नीति: ये 4 काम करने के बाद नहाना जरुरी, नहीं तो होगा नुकसान
- चाणक्य नीति: प्यार के मामले में कभी असफल नहीं होते ये पुरुष
- खरमास खत्म होते ही शादी के 45 शुभ मुहूर्त, जुलाई से 4 महिनों तक लगेगा ब्रेक
गरुण पुराण हिंदू धर्म का एक ग्रंथ है। इसे वेदव्यास ने रचा था। उस पुराण में 279 अध्याय और 18000 श्लोक है। जिसमें मृत्यु के बाद की घटनाएं, प्रेत लोक, यम लोक, नरक तथा 84 लाख योनियों के नरक स्वरुपी जीवन आदि के बारे में विस्तार से बताया गया है।
गरुड़ पुराण में ये बताया गया है कि स्त्रियों को किस बात का ध्यान रखना चाहिए। जिससे कि उनका मान-सम्मान हमेशा बने रहे। जानिए इन बातों के बारें में।
अपनों का न करें अपमान
कभी भी किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। नहीं तो आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही कभी भी अपने लोगों की बुराई करके पराए लोगों की हमदर्दी लेने की कोशिश न करें। पराए लोग आपके खुशहाल जीवन में समस्याएं ला सकते है।
किसी पराएं के घर न जाएं
कभी बी ऐसे घर में मत जाएं। जिसके घर के लोगों के बारें में आप न जानती है। न ही किसी पराएं के घर में रुकना चाहिए। इससे आपको किसी बड़ी आपदा का बी सामना करना पड़ सकता है। पराए घर में रहने वाली स्त्री को घर-परिवार और समाज में भी गलत नजर से देखा जाता है। इससे आपके चरित्र से संबंधित सवाल हो सकते है।
अगली स्लाइड में पढ़े कि स्त्रियों को और किन बातों को याद रखना चाहिए