नई दिल्ली: सोमवार, 5 सितंबर को पूरे भारत में गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी। इस त्योहार को मनाने के लिए देशभर में जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। सोमवार को गणपति की प्रतिमा घर लाई जाएगी और पूजा की शुरुआत होगी। यह आयोजन अगले 10 दिन तक चलेगा।
इस बार गणेश चतुर्थी रविवार को ही शाम 6 बजकर 54 मिनट से लग जाएगी जो सोमवार को रात 9 बजकर 10 मिनट तक रहेगी। गणपति की पूजा और स्थापना सोमवार सुबह से लेकर रात के 9 बजकर 10 मिनट तक कभी भी की जा सकती है। हालांकि इस दिन भद्रा भी लगा है इसलिए उसका भी ध्यान रखना होगा।
यदि सबसे शुभ मुहूर्त में पूजा करना चाहते हैं तो सुबह के 06:15 से 07:45 बजे तक और दिन के 11:36 बजे से लेकर दोपहर 01:00 बजे तक कभी भी पूजा कर सकते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन स्नान करके लाल रंग के वस्त्र धारण करें और पूजा करते समय मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ रखें। गणेश जी को पहले पंचामृत और उसके बाद गंगाजल से स्नान कराकर चौकी पर लाल कपड़े पर बिठाएं। रिद्धि और सिद्धि के रूप में दो सुपारी रखें फिर गणपति को सिंदूर लगाकर चांदी का वर्क लगाएं।
गणपति को लाल चंदन का टीका और अक्षत लगाना न भूलें। गणपति को लड़्डू और मोदक सबसे ज्यादा प्रिय हैं इसलिए उन्हें इनका भी भोग लगाएं। इसके अलावा आप अपने क्षेत्र की परंपरा के अनुसार गणपति की पूजा कर सकते हैं। गणेश की प्रतिमा के लिए नदी के पास मौजूद शुद्ध काली मिट्टी सबसे सही होती है। इस दिन आप सोना-चांदी, बर्तन या अन्य कोई चल-अचल संपत्ति भी खरीद सकते हैं।