गणेशोत्सव की शुरुआत 22 अगस्त से हो रही है। ये वही दिन है जिस दिन भक्त अपने प्रिय गणपति बप्पा को गाजे बाजे के साथ घर लेकर आते हैं और उनकी पूजा अर्चना करते हैं। घर पर बप्पा को उन्हें कितने दिन रखना है ये भक्त पर ही निर्भर करता है। लेकिन इतना जरूर है कि बप्पा जब भी घर आते हैं तो सारे कष्टों को हर लेते हैं। इसके अलावा अपने साथ ढेर सारी खुशियां और पॉजिटिव एनर्जी भी लेकर आते हैं। मंगलमूर्ति को अगर आप पहली बार घर ला रहे हैं तो उनकी स्थापना से जुड़े कुछ नियमों को जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। जानिए बप्पा को घर लाते वक्त किन चीजों का ख्याल रखना चाहिए।
1.बप्पा की मूर्ति हमेशा खरीदते वक्त हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि गणेश जी की सूंड दाई ओर हो। ये शुभ फलदायी माना जाता है। कहा जाता है कि इस तरह की सूंड वाले गणपति घर पर लाने से सुख और समृद्धि आती है।
2.बप्पा को घर पर लाने से पहले उस स्थान की साफ सफाई और सजावट जरूर कर लें जहां पर बप्पा को विराजित करना है।
3.गणेश जी के घर आगमन पर शंख बजाए और गंगाजल छिड़के। इसके बाद गणेश जी को विराजमान करने के लिए जो चौकी रखी हो उस पर लाल कपड़ा बिछाएं। अब दूर्वा और पान के पत्ते को गंगाजल में डुबोकर गणपति को स्नान करवाएं।
4.बप्पा को पीला रंग बहुत पसंद है। बप्पा को पीले रंग के वस्त्र पहनाएं।
5.ओम गं गणपतये नम: मंत्र का 21 बार जाप करें।
6.भगवान गणेश की मूर्ति के पास चांदी या फिर तांबे का कलश पानी से भरा हुआ रखें। कलश पर मौली बांधना न भूलें। साथ ही कलश के नीचे चावल रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि आएगी। कलश को मूर्ति के हमेशा दाईं ओर ही रखें।
7.गणपति जी की स्थापना के बाद घी का दीया जलाएं।
8.दीया जलाने के बाद हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प लें कि आप कितने दिनों के लिए बप्पा को विराजमान कर रहे हैं। वैसे तो डेढ़ दिन, 3, 5,7,9 और 11 दिनों के लिए बप्पा को घर में रख सकते हैं।
9.हाथ जोड़कर भगवान का आह्वाहन करें। ध्यान करके समय हाथ में पीले फूल जरूर रखें। प्रार्थना के बाद फूल को गणपति के चरणों में अर्पित कर दें।
10. बप्पा को मोदक बहुत पसंद है। अगर मोदक हो तो मोदक नहीं तो लड्डू का भी भोग लगा सकते हैं।
अन्य खबरों के लिए करें क्लिक
Ganesh Chaturthi Recipe: गणपति बप्पा को लगाएं मोतीचूर के लड्डू का भोग, जानें बनाने का आसान तरीका
Ganesh Chaturthi Recipe: बप्पा को सबसे ज्यादा पसंद है मोदक, इस आसान तरीके से बनाकर लगाएं भोग