गणेशोत्सव की धूम चारों ओर है। हर कोई बप्पा की आराधना में डूबा हुआ है। गणेश चतुर्थी से इस उत्सव की शुरुआत हो जाती है जो कि 10 दिन तक चलता है। भगवान गणेश को लोग अपने घर में लेकर आते हैं और उनकी सेवा ठीक उसी तरह से करते हैं जैसे कि लोग अपने घर में मेहमान की करते हैं। मान्यता है कि भगवान गणेश सभी के दुखों को हर लेते हैं और सुख-समृद्धि का वरदान देकर जाते हैं। डेढ़ दिन, तीन दिन, 5 या फिर 10 दिन तक लोग घर में अपनी इच्छानुसार घर पर रखते हैं और फिर उनका विधि विधान से विसर्जन करते हैं। जिस तरह से बप्पा की स्थापना करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ठीक उसी प्रकार विसर्जन करते वक्त कुछ बातों को ध्यान रखना चाहिए।
बप्पा का विसर्जन करते वक्त इन चीजों का रखें ध्यान
- जिस दिन आपको भगवान गणेश का विसर्जन करना हो तो उससे पहले सबसे पहले मंगलमूर्ति की आरती करें
- विशेष प्रसाद का भोग लगाएं
- एक साफ चौकी लें और उस पर गंगाजल का छिड़काव करें
- इस चौकी पर चावल रखें। इसके बाद पीला, गुलाबी या फिर लाल कपड़ा बिछाएं
- चौकी के ऊपर सुपारी रखें और फूल भी कपड़े पर डालें
- अब गणेश जी को स्थापना वाले स्थान से उठाएं और इस चौकी पर रखें
- गणेश जी की मूर्ति स्थापना वाले स्थान से उठाकर दूसरे स्थान पर रखते वक्त बप्पा का जयघोष करें
- जिस स्थान पर गणपति को उठाकर रखा है उस पर फल, फूल , दक्षिणा और मोदक रखें
- नदी या फिर घर में बाल्टी या किसी और बड़े बर्तन में बप्पा को विसर्जित करने से पहले कपूर से आरती करें
- बप्पा की विदाई करते वक्त हाथ जोड़कर घर की सुख और शांति की कामना करें
- विसर्जन धीरे-धीरे ही करें
विसर्जन करते वक्त इन मंत्रों का करें जाप
वक्र तुण्डाय हुं
मेधोल्काय स्वाहा
गं गणपतये नमः
हस्तिपिशचिलिखे स्वाहा
ऊँ ह्रीं गं हस्तिपिशाचिलिखे स्वाहा
ऊँ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वरवरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा