- पितृ पक्ष में आप पीपल के पूजन में दूध, दही, मीठा, फल, फूल, जल, जनेऊ जोड़ा चढ़ाने और दीप दिखाएं इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी, क्योंकि माना जाता है पीपल के मूल में भगवान विष्णु, तने में भगवान शिव जी तथा अग्रभाग में भगवान ब्रह्मा जी का निवास है। इसलिए इन दिनों में पीपल के पूजन से अक्षय पुण्य, लाभ तथा सौभाग्य की वृद्धि होती है। साथ ही इस मंत्र का जाप करते रहें और कम से कम 108 बार पीपल की परिक्रमा करें- ऊं नमो भगवते वासुदेवाय।
- पितृपक्ष में कौए को श्राद्ध का भोजन कराने से विशेष फल मिलता है। इसलिए अपने आसपास के वृक्ष पर बैठे कौओं और जलाशयों की मछलियों को चावल और घी मिलाकर बनाए गए लड्डू खिलाएं । इससे आपके ऊपर लगा पितृ दोष दूर हो जाएगा।
- अगर आपको पितृ दोष लगे है तो इसकी शांति के लिए पितृपक्ष में या फिर हर शनिवार पीपल के वृक्ष की पूजा करना चाहिए।
- दूध से बनी खीर दक्षिण दिशा में पितृ की तस्वीर के सामने कंडे की धूनी लगाकर पितृ को अर्पित करें। ऐसा करनें से पितृ दोष में कमी आती है।