- ग्रहण के समय न तो किसी भगवान की मूर्ति को छूना चाहिए, साथ ही सोना, भोजन करना और बनना आदि को त्याग देना चाहिए।
- जब ग्रहण शुरू हो उससे पहले भोजन ग्रहण कर ले साथ ही दूध, दही और खाने के चीजों में दूर्वा या फिर तुलसी के पत्तों को डाल दें। जिससे इन वस्तुओं को ग्रहण का असर न पड़े। जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो घर की शुद्धि के साथ-साथ स्वयं स्नान करें और जरुरतमंदों को दान-दक्षिणा देना चाहिए।
- शास्त्रों के अनुसार बताया गया है कि जब ग्रहण हो तो उस समय भजन-कीर्तन, गुरु मंत्र का जाप, पूजा-पाठ आदि करना चाहिए। जिससे आध्यात्म बल मिले। साथ ही ग्रहण का असर कम हो।