श्री गढ़कालिका देवी मंदिर
इस देवी को महाकवि कालिदास की आराध्य देवी माना जाता है। इन्ही के आशीर्वाद से कालिदास को विद्वता प्राप्त हुई थी। इसके साथ ही तांत्रिक दृष्टिकोण से यह एक सिद्धपीठ है। इसे भारत की 12 प्रमुख शक्तिपीठों में यह 6वें स्थान पर है।
यह मंदिर जिस स्थान पर स्थित है, वहां कभी प्राचीन अवन्तिका नगरी बसी हुई थी। गढ़ पर स्थित होने से ये गढ़कालिका कहलाई। यहां पर श्री दुर्गाशप्तशती का पाठ करने से आध्यात्मिक प्रगति होती है। यहां नवरात्र में यहां पर विशेष आयोजन होते हैं।
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