नई दिल्ली: आज 'बकरा ईद' यानि बकरीद मनाई जा रही है। मुस्लिम धर्म को मानने वाले लोग इस त्योहर को बहुत हर्षोल्लास से मनाते हैं। लेकिन दूसरी तरफ और सबसे महत्वपूर्ण बकरीद को कुर्बानी के लिए याद किया जाता है। इसलिए इसे 'ईद-उल-जुहा' के नाम से भी जाना जाता है।
इस्लामिक कैलेंडर के बारहवे माह के दसवे दिन मनाया जाता हैं। लेकिन अल्लाह ने इनकी इमानदारी देख बेटे की जगह बकरे को रख दिया था। इसीलिए बकरीद का दिन फर्ज-ए-कुर्बान का दिन माना जाता है। इस दिन इस्लाम में गरीबों और मजलूमों का खास ध्यान रखने की परंपरा है। इस दिन कुर्बानी के बाद गोश्त के कुछ हिस्सों को समाज के गरीब और जरूरतमंद लोगों में बांट दिए जाते हैं। ऐसा करके मुस्लिम इस बात का पैगाम देते हैं कि अपने दिल की करीबी चीज़ भी हम दूसरों की बेहतरी के लिए अल्लाह की राह में कुर्बान कर देते हैं।
कुर्बानी के इस त्योहार की आप भी फोन के जरिए एक-दूसरे को बधाई दें। इस दिन की मुबारक यहां दिए गए मैसेज के जरिए दे सकते हैं। बकरीद के खास मौकै के लिए यहां 10 मैजेस दिए जा रहे हैं, जिन्हें भेजकर आप सबसे पहले इस बकरीद की शुभकामनाएं दे सकते हैं।
ईद का चांद देखा तो।।।
मेरी तन्हा हथेलियों परआंसू से इक दुआ सजी
ए ख़ुदाया!!!
अगले बरस मेरी ज़िंदगी में
या तो ये तन्हा-ए-दिन बाकी न रहे
या फिर।।।
ज़िंदगी के सिसकते लम्हें साथ छोड़ जाएं!!!
चुपके से चांद की,
रोशनी छू जाए आपको!!
धीरे से ये हवा,
कुछ कह जाए आपको!!
दिल से जो चाहते हो,
मांग लो खुदा से!!
हम दुआ करते हैं,
मिल जाए वो आपको!!!
Happy Bakrid!
दीपक में अगर नूर न होता, तन्हा दिल यूं मजबूर न होता,
मैं आपको 'ईद मुबारक़' कहने ज़रूर आता,
अगर आपका घर इतना दूर न होता!!
ईद मुबारक़!!!
समंदर को उसका किनारा मुबारक़,
चांद को सितारा मुबारक़,
फूलों को उसकी खुश्बू मुबारक़,
दिल को उसका दिलदार मुबारक़,
आपको और आपके परिवार को,
ईद का त्योहार मुबारक़!!!
आज ख़ुदा की हम पर हो मेहरबानी,
करदे माफ हम लोगों की सारी नाफरमानी,
ईद का दिन आज, आओ मिलकर करें यही वादा,
खुदा की ही राहों पर हम चलेंगे सदा!!!
बकरा ईद मुबारक़(बकरीद 2018: 22 अगस्त को मनाई जाएगी बकरा 'ईद', जानिए कुर्बानी का महत्व)