आज नवरात्र का आखिरी दिन यानी महानवमी है। आज मां दुर्गा के मां सिद्धिदात्री रूप की पूजा होती है और आज ही के दिन कन्या पूजन के साथ नवरात्र का समापन भी होता है। लेकिन पश्चिम बंगाल में और देश के अलग-अलग शहरों में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों के लिए दुर्गा पूजा कल तक जारी रहेगी।
विजय दशमी पर मां दुर्गा के विसर्जन के साथ ही दुर्गा पूजा का समापन होगा। पश्चिम बंगाल के दुर्गा पंडालों में बंगाल की पारंपरिक धुनुची डांस खूब लोकप्रिय है। बंगाल के लोग जहां कहीं भी रहें वो दुर्गा पूजा के दौरान धुनुची डांस जरूर करते हैं। ऐसे ही कई वीडियो सामने आ रहे हैं जिसमें महिलाएं धुनुची डांस करते हुए नजर आ रही हैं।
पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल शहर में दुर्गा पूजा पंडाल में धुनुची नृत्य का आयोजन किया गया।
क्या है धुनुची डांस?
धुनुची नृत्य या धुनुची नाच बंगाल की एक बहुत ही प्राचीन परंपरा है जिसकी झलक हर दुर्गा पूजा पंडाल में देखी जा सकती है। दरअसल धुनुची मिट्टी का एक पात्र होता है। जिसमें सूखा नारियल, जलता कोयला, कपूर और थोड़ी सी हवन सामग्री रखी जाती है। इसी मिट्टी की धुनुची को हाथ में पकड़कर नृत्य करने की कला धुनुची नाच कहलाती है। धुनुची से ही मां दुर्गा की आरती उतारी जाती है। यग नृत्य सप्तमी से शुरु होकर नवमी तक चलता है।
विजयदशमी को होगा सिंदूर खेला
विवाहित महिलाएं मां के माथे पर सिंदूर लगाती हैं और मिठाई चढ़ाती हैं जिसके बाद बाकी सभी महिलाएं एक-दूसरे के माथे पर सिंदूर लगाती हैं।