धर्म डेस्क: हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा पढ़ने में तेज हो। लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी बच्चे का दिमाग हेल्दी रहे। बच्चे का दिमाग तभी ठीक से काम करेगा जब वह अपनी नींद पूरी करेंगे। क्योंकि अगर नींद पूरी नहीं होगी तो वह अपने पढ़ाई में एकाग्रता नहीं दिखा पाएंगे। कई बच्चे पढ़ाई में अच्छा इसलिए नहीं कर पाते क्योंकि उन्हें नींद से जुड़ी बीमारी के शिकार होते हैं। ऐसे बच्चों और उनके माता-पिता के लिए हम लाए हैं कुछ खास टिप्स।
जरनल इनडोर एयर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जिनको रात में अच्छी नींद लेने में परेशानी आती है, यदि वे अपने बेडरूम की खिड़की या दरवाजे को खुला रखते हैं, तो उन्हें अच्छी नींद लेने में बहुत मदद मिलती है। दरअसल, दरवाजे या खिड़की खुली रखने से बाहर की ताजी हवा बेडरूम में प्रवाहित होती है, इससे आपको अच्छी नींद आती है।
अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि खराब वेंटिलेशन से बेडरूम में कार्बन डाई-ऑक्साइड का स्तर बढ़ जाता है, इससे सांस लेने में परेशानी होती है और इससे नींद प्रभावित होती है। अध्ययनकर्ताओं ने 17 स्वस्थ्ा छात्रों की नींद का अध्ययन किया। इस दौरान छात्र दरवाजे या खिड़की को खुला या बंद करके सोते थे, उनके कमरों के तापमान की जांच की गई।
अध्ययनकर्ता ने पाया कि कमरे के दरवाजे या खिड़की के बंद होने से वहां कार्बन डाई-ऑक्साइड का स्तर ज्यादा था, वहीं दरवाजे या खिड़की के खुले होने के कारण उसका स्तर कम था।
इससे पहले कोपेनहेगन स्कूल ऑफ डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी ने भी अपने अध्ययन में यह पाया था कि जब कमरे में कार्बन डाई-ऑक्साइड की मात्रा कम होती है, तब उसमें ताजी हवा के स्तर में सुधार होता है और इससे नींद अच्छी आती है। अध्ययन से स्पष्ट है कि रात में सोते समय बेडरूम में पर्याप्त हवा की आवाजाही भी जरूरी है।