लोभी से वैराग्य की बात
श्री राम ने कहा कि कभी भी किस लोभी से वैराग्य की बात न करें। वह कभी भी धन के मोह से दूर नहीं हो सकता है। ऐसे लोग हमेशा दौलत में ही फंसे रहते है। इससे आगे उन्हें कुछ भी नहीं दिखता है। इसलिए किसी भी लोभी से वैराग्य की बात न करें।
गुस्सैल व्यक्ति से शांति की बात
किसी भी गुस्सैल व्यक्ति से शांति की बात करना व्यर्थ है। जव वह व्यक्ति गुस्से में आता है, तो हर चीज भूल जाता है। जिसके बाद वह क्या करें। उसे इस बात का खुद ही होश नहीं रहता है। उसे अच्छी-बरा कुछ बी नहीं दिखाई देता है। इसलिए ऐसे व्यक्ति से कभी भी शांति की बात न करें।
कामी से भगवान की बात
जो व्यक्ति कामी है यानी जिसकी भावनाएं वासना से भरी हुई हैं, उससे भगवान की बात करना व्यर्थ है। कामी व्यक्ति को हर जगह सिर्फ काम वासना ही दिखाई देती है। अति कामी व्यक्ति रिश्तों की और उम्र की मर्यादा को भी भूला देते हैं। इसलिए ऐसे लोगों से भगवान की बात नहीं करनी चाहिए।