बेईमान व्यक्ति से न करें प्यार से बात
श्री राम कहते है कि कभी भी बेईमान व्यक्ति, कुटिल स्वाभाव वाले व्यक्ति से प्यार से बात न करें। वह इस भाषा को नहीं समझता है न ही वह इसके लायक है। ऐसे लोग हमेशा दूसरे को कष्ट देते है। जिससे इन्हें खुशी मिलती है। अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को संकट में डाल सकते हैं। जिसके कारण इनका कभी भी भरोसा नहीं करना चाहिए। इसलिए इनसे कभी भी प्यार से बात नहीं करनी चाहिए।
कंजूस के कभी न कहे दान करने की बात
जो व्यक्ति अपने स्वाभाव से कंजूस हो उसे कभी भी दान करने को न कहें। वह व्यक्ति न ही किसी की मदद कर सकता है न ही किसी को कुछ भी दान दे सकता है। फिर चाहे जैसी भी परिस्थिति हो। इन लोगों से अपनी बात कहना खुद का समय बर्बाद करने जैसा है।
ममता में फंसे हुए व्यक्ति से न करें ज्ञान की बात
कभी भी मामता में फंसे व्यक्ति से ज्ञान की बात न करें। उसे अपना ममला के आगे कुछ नहीं दिखता है। फिर वह चाहे सही हो या फिर गलत हो। इसलिए ऐसे लोगों से ज्ञान की बात करना खुद का समय बर्बाद करना है।
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