शारीरिक संबंध
ग्रहण के समय भूलकर भी शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के समय बनाएं गए संबंध से उत्पन्न होने वाली संतान का स्वभाव अच्छा नहीं होता हैं। यानी कि वह बुराईयों से परिपूर्ण होता है। इसलिए ऐसे समय में न करें ये काम।
पूजन
ग्रहण के समय पूजा-पाठ करना वर्जित होता है। यहां तक कि आप इस समय देवी-देवताओं की मूर्ति को भी नहीं छूना चाहिए। जब ग्रहण हो तो उस समय भजन-कीर्तन, गुरु मंत्र का जाप, पूजा-पाठ आदि करना चाहिए। जिससे आध्यात्म बल मिले। साथ ही ग्रहण का असर कम हो।