- कभी भी धरती में इस मंत्र या कोई भी पूजा बैठ कर न करें हमेशा कोई आसन या कुश का आसन बिछा कर करें।
- महामृत्युंजय मंत्र का जाप हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही करें।
- इस मंत्र का जाप एक निर्धारित जगह में ही करें। रोज अपनी जगह न बदलें।
- मंत्र करते समय एकाग्र रखें। अपने मन को भटकनें न दे।
- जितने भी दिन का यह जाप हो। उस समय मांसाहार बिल्कुल भी न खाएं।
- महामृत्युंजय के दिनों में किसी की बुराई या फिर झूठ नही बोलना चाहिए।
- इस मंत्र का जाप करते समय आलस्य या उबासी को पास न आने दे।