अगर आप शनि भगवान को प्रसन्न करना चाहते है तो रोज इस मंत्र का जाप करें। इसके लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। फिर शनि देव की मूर्ति की विधि-विधान से पूजा करें। इसके बाद रूद्रक्ष की माला से इस मंत्र का जाप करें।
ऊं शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु न:।
ऊं ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:।
आप चाहे तो शनिदेव के इन 10 नामों से बना मंत्र का जाप कर सकते है जो कि बहुत अधिक फलदायी है।
कोणस्थ पिंगलो बभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
सौरि: शनैश्चरो मंद: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
इसके साथ ही इस दिन दान-पुण्य करना चाहिए। इस दिन दान देना अक्षय पुण्य के बराबर है। साथ ही इस दिन भैंसे या घोड़े को चने खिलाएं और एक काली किनारी वाली धोती-कुर्ता, उड़द के पकौड़े, इमरती, काले गुलाब जामुन, छतरी, तवा-चिमटा आदि वस्तुओं का शनि मंदिर के पुजारी को दान देना चाहिए। या फिर किसी मंदिर में जाकर सरसों के तेल का भी दान कर सकते है।