धर्म डेस्क: हिंदू पंचाग के अनुसार आषाढ़ मास की अमावस्या बहुत ही महत्वपूर्ण अमावस्या होती है। इस बार शनिवार के दिन पड़ने के कारण ये और भी शुभ मानी जा रही है। इतनी ही नहीं शनिवार के दिन अमावस्या का आना 10 साल बाद हुआ है। 24 जून को यह शुभ दिन आएगा। इससे पूर्व 2007 में ये योग बना था, भविष्य में 17 साल बाद यानी 2034 में ये योग दोहराया जाएगा। शनिवार के दिन पड़ने की वजह से इसे शनि अमावस्या या शनिश्चरी अमावस्या कहा गया है।
अगर आपको किसी भी काम में सफलता नहीं मिल रही है। आपका साथ दुर्भाग्य नहीं छोड़ रहा है, तो इन उपायों के अपनाकर इस समस्याओं से निजात पा सकते है। जानिए इन उपायों के बारें में।
- इस दिन पीपल की पूजा करना अति फलदायी होता है। अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है तो पीपल की पूजा करें, क्योंकि पीपल में भगवान विष्णु का स्थान माना जाता है। शनिवार के दिन सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करे फिर सफेद रंग के वस्त्र धारण करें। फिर पीपल के वृक्ष के पास जाकर उसका जड़ पर चंदन, केसर, पुष्प, चावल मिलाकर जल चढ़ाए और कुछ जल को बचा ले। जो घर ले जाकर छिड़क दे। इससे आपका घर शुद्द हो जाएगा। इसके बाद तेल का दीपक जलाकर इस मंत्र का जाप करें।
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्।
देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:।।
विश्वाय विश्वेश्वराय विश्वसम्भवाय विश्वपतये गोविन्दाय नमो नम:।
घर में करें शनि यंत्र की स्थापना
शनिवार के दिन शनि यंत्र घर में स्थापित करें। इसका रोज पूजा करें। इससे आपके घर से सारी परेशानियों दूर चली जाएगी। आपको हर काम में सफलता मिलेगी। यंत्र की पूजा करने के लिए इस पर नीला या काले रंग का फूल चढाए साथ ही तेल का दीपक भी जलाए और इस मंत्र का जाप रोज करें या फिर शनि स्त्रोत को पढ़े- ऊं शं शनैश्चराय नम:
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