धर्म डेस्क: देशभर में इन दिनों गणेशोत्सव बहुत ही धूधाम के साथ मनाया जा रहा है। हर कोई गणपति को मनाने के लिए हर कोशिश कर रहा है। 23 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के साथ गणेश उत्सव का समापन हो जाएगा। इसलिए इस शुभ अवसर में आप आसानी से कुछ मंत्रों का जापकर गणपति को खुश कर सकते है। इतना नहीं गणपति के इस मंत्र से महालक्ष्मी भी प्रसन्न हो जाएगी। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से इस मंत्र के बारें में।
इस मंत्र से सिद्धि करके आप अथाह लक्ष्मी के मालिक बन सकते हैं। उस एक मंत्र से आपको कभी भी धन-दौलत की कमी नहीं होगी। आपकी तिजोरियां हमेशा भरी रहेंगी। तो गणपति जी का वो कौन-सा विशेष मंत्र है। ( राशिनुसार ऐसे करें गणपति की पूजा, होगी हर इच्छा पूरी )
“ऊँ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वरवरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा”
ये लक्ष्मीविनायक गणपति जी का अट्ठाईस अक्षरों का मंत्र है। इसका पुरस्चरण 4 लाख जप है, लेकिन इतनी संख्या में अगर जप संभव न हो तो आप आज से लेकर बचे हुए 5 दिनों में रोज़ एक माला या दो माला का जाप करके लाभ पा सकते हैं। ऐसा करने से आपको कभी पैसों की कमी नहीं होगी। आपकी धन-सम्पदा हमेशा बनी रहेगी। (भूलकर इस दिशा में गणपति को न करें स्थापति, हो जाएगे कंगाल )
गणेश भगवान के जप के लिये कभी भी तुलसी की माला को उपयोग में न लाएं। इसके बजाय आप लाल चन्दन, मूंगा, स्फटिक या रुद्राक्ष की माला का उपयोग कर सकते हैं। लाल चन्दन की माला पर भगवान गणेश का जप विशेष फलदायी बताया गया है।
दिन के समय पूर्व दिशा की ओर मुंह करके और शाम के समय उत्तर दिशा की ओर मुंह करके जप करना चाहिए।