धर्म डेस्क: जन्तु और वनस्पतियां एक दूसरे से बहुत घनिष्ठ रूप से जुड़े हुये हैं। कालक्रम में कुछ वनस्पतियां बहतु उपयोगी पाई गई हैं। इनके प्रय़ोग से जीवन में मनचाही तरक्की पाई जा सकती है। ऐसे ही कुछ पेड़ों में से एक अशोक का पेड़ है।
अशोक का अर्थ होता है- जहां पर शोक न हो, यानी अशोक का पेड़ जहां पर होता है, वहां शोक, दुःख, अशांति अपनी जगह नहीं बना सकते। इसके बजाय उस जगह पर सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। भगवान श्रीराम ने भी इसे शोक दूर करने वाले पेड़ की उपमा दी है।
कामदेव के पंच पुष्प बाणों में से एक अशोक भी है। भारत में धार्मिक या मांगलिक कार्यों के लिये भी अशोक के पत्तों का प्रयोग किया जाता है। जानिए कैसे आपके बिजनेस में लगातार हो रही धन की हानि दूर होगी और आपके व्यापार की गति बढ़ेगी। कैसे समाज में आपका मान-सम्मान और ऐश्वर्य बढ़ेगा। कैसे आपके काम की सफलता सुनिश्चित होगी। कैसे आपको मंगल के दोषों से मुक्ति मिलेगी और कैसे आपकी बेटी के विवाह में आ रही परेशानियां दूर होंगी
बिजनेस में हानि
अगर आपके बिजनेस में दिन-प्रतिदिन धन की हानि हो रही है और आपका व्यापार बन्द होने की कगार पर है तो अशोक के पेड़ के सात पत्तों को लाकर, उन्हें साफ पानी से धोकर धूप दिखाएं और आंखें बन्द करके अपनी समस्या के निवारण के लिये प्रार्थना करें। अब इन पत्तों को जहां आप पैसे रखते हों, उस स्थान पर रख दें। चौबीस घंटे बाद इन पत्तों को जल में प्रवाहित कर दें। इससे आपके बिजनेस में जल्दी ही वृद्धि होने लगेगी और आपके बिजनेस की गाडी पटरी पर तेजी से दौड़ने लगेगी।
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