धर्म डेस्क: प्रदोष व्रत भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा के लिए विशेष तिथि है। इस तिथि में व्रत व पूजन का विशेष महत्व होता है और ऐसी माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस तिथि में पूजन करता है। उसको मां पार्वती व भगवान शंकर की कृपा मिलती है। इस बार शनि प्रदोष व्रत 8 अप्रैल, शनिवार को है।
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इस बार प्रदोष व्रत शनिवार को पडने के कारण शिव और माता पार्वती के साथ ही शनिदेव की भी कृपा प्राप्त होगी। प्रदोष व्रत त्रयोदशी क दिन रखा जाता है। ज्योतिषों के अनुसार इस बार का प्रदोष व्रत पुण्यकारी है।
शनि प्रदोष में खास तौर पर भगवान को तिल का भोग अर्पित करना चाहिए साथ ही गरीबों को भी भोग खिलाना चाहिए। काले छाते व जूते का दान करना चाहिए। इससे राशि में चंद्र देव से होने वाले सभी दोषों से शनि की कृपा से मुक्ति मिलती है।
शनि प्रदोष व्रत में शनि और शिव भगवान की पूदा करने की विशेष लाभ है। इन दिन इन उपायों में से कोई एक उपाय करने से आपको लाभ मिलेगा साथ ही आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी। जानिए इन उपायों के बारें में।
- शनि और हनुमान जी की पूजा करने का विशेष लाभ होता है। इस दिन दोनों की चालीसा का पाठ करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार शनि किसी भी परिस्थिति में हनुमानजी के भक्तों को परेशान नहीं करते हैं।
- काले कपड़े में काले उड़द, सवा किलो अनाज, दो लड्डू, कोयला और लोहे की कील लपेटकर किसी नदी में बहा दें।
- अगर आपकी कुंडली में साढ़े सती व ढय्या खराब है, तो इस दिन काली गाय को बूंदी के लड्डू खिलाएं और रोली लगाकर पूजा करें।
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