ऐसे करें आक के जड़ की का यूज
रवि पुष्य या गुरु पुष्य योग में सुबह के समय आक की जड़ को लाकर साफ करके धूप में रख दें। उसके बाद गणपति जी के मंत्र 'ॐ गं गणपतये नमः' या 'ऊं श्री विघ्नेश्वराय नमः' का 151 बार जाप करके, उस अभिमंत्रित जड़ को अपनी कमर में बांध लें। जल्द ही संतान की प्राप्ति होगी । यहां एक बार फिर से बता दूं गुरु पुष्य आने वाले 7 दिसंबर, 2017 को है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए
अगर आपका स्वास्थ्य कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहा है, आप ज्वर से परेशान हैं और आपको कमजोरी महसूस हो रही है तो आप आक की जड़ को निकालकर उसे साफ कर लें और उसके बाद उस जड़ को रोगी के कान पर बांध दें। ऐसा करने से किसी भी प्रकार का ज्वर हो, वह ठीक हो जायेगा।
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