धर्म डेस्क: माना जाता है कि ग्रहण के समय कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही जिस समय ग्रहण होता है उस समय हर चीज अपववित्र और नकारात्मकता से भर जाती है। जिसका असर घर, मंदिर सभी जगह आपको महसूस होने लगता है। इसी कारण चंद्र ग्रहण हटने के बाद मंदिर, घर की सफाई की जाती है। इस बार रक्षाबंधन में भाद्रा और चंद्रग्रहण पड़ रहा है। जिसके कारण कुछ राशियों के लिए ये दिन हानिकारक साबित हो सकता है। (भूलकर भी इस राशि के जातक न देखे ग्रहण, पडे़गा बुरा असर)
चंद्र ग्रहण का स्पर्श काल रात 10 बजकर 52 मिनट पर, मध्य काल रात 11 बजकर 50 मिनट पर और मोक्ष काल 12 बजकर 49 मिनट पर होगा, यानी कि रक्षाबंधन के दिन रात 10 बजकर 52 मिनट पर चन्द्रग्रहण शुरू होगा जो कि 12 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगा। इसका मतलब कि चंद्रग्रहण पूरा 1 घंटे 57 मिनट रहेगा। इसके बाद से सूतक शुरु हो जाएगा। (Raksha bandhan 2017: रक्षाबंधन पर नहीं है कोई अशुभ भाद्रा, इस शुभ मुहूर्त में बांधे राखी)
अगर आप चाहते है कि आपको दुर्भाग्य से छुटकारा मिले तो इस दिन चंद्रमा की शांति के लिए उपाय करें। जिससे कि आपको हमेशा सफलता प्राप्त हो। जानिए इन उपायों के बारें में।
- जब चंद्र ग्रहण हो। उस समय चन्द्रमा से संबंधित मंत्रों 'ऊं चं चन्द्रमसे नम:' और 'ऊं सों सोमाय नम:' का लगातार जाप करें। साथ ही मानसिक शांति बनाए रखने के लिये 'ऊं श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्रमसे नम:' मंत्र का भी जाप करें।
- जिन लोगों की पत्रिका में चंद्रमा अस्त हो, नीच या शत्रु राशि में हो, उन्हें ग्रहण के बाद दूध, चावल, अन्न और सफेद वस्त्र दान करना चाहिए तथा जिन लोगों की पत्रिका में चंद्रमा अच्छार हो, उन्हें सफेद मोती धारण करना चाहिए।
अगली स्लाइड में पढ़े और उपायों के बारें में