धर्म डेस्क: अश्विन मास की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते है। इस बार 15 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। इस बार चंद्रमा 16 कलाओं से परिपूर्ण होगा। साथ ही चांद की किरणे अमृत की वर्षा करेंगी। जिसके कारण कई बीमारियों का नाश होगा।
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इसके साथ ही माना जाता है कि इस दिन मां लक्ष्मी धरती में आकर भ्रमण करती है। वह हर उस कर में जाती है जिस घर के लोग जग रहे हो और मां का जागरण कर रहे है। इसके साथ ही इस दिन छतों में खीर रखी जाती है। माना जाता है कि इस खीर में अमृत गिरता है। जिसे खाने से हर परेशानी से निजात मिल जाती है।
ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा मन का कारक होता है। इस दिन राशिनुसार काम करने से आपको हर समस्या से निजात मिल जाता है साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। जानिए इस दिन राशिनुसार क्या उपाय अपननाने चाहिए।
मेष राशि
इस राशि का स्वामी मंगल है। शरद पूर्णिमा के दिन खीर बनाकर कन्याओं को खिलाएं इसके साथ ही दूध में थोड़े चावल धो ले और उन्हें बहते हुए पानी में प्रवाह करें। इससे आपकी हर समस्या दूर हो जाएंगी।
वृष राशि
इस राशि का स्वामी शुक्र होता है। जिसके कारण चंद्रमा भी उच्च में होता है। इस दिन गाय का घी और दही मंदिर में दान देना शुभ है।
मिथुन राशि
इस राशि का स्वामी तो बुध है, लेकिन यह चंद्रमा के साथ मिलकर हमारी भविष्य की उन्नति को भी निर्धारित करता है। इसलिए इस दिन आपको दूध और चावल का दान करें। जिससे आपको हर दिशा में उन्नति मिलें।
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