इसके बाद दूसरे दिन यानी शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर अपने नित्य कामों से निवृत्त होकर स्नान करें और किसी मंदिर या फिर आप जिस धर्म को मानते हो और पूजा-पाठ करते हो। उस जगह जाकर उस ताले को रख दें।
अब आप वापस आप घर आ जाए और उस दिन का इंतजार करिए जब कोई उस ताले को खोल दें। वैसे ही आपकी किस्मत के ताले खुल जाएगें। माना जाता है कि जब कोई इस ताले को खोल देता है तो उसके साथ ही आपकी किस्मत भी खुल जाती है।