- लंबी बीमारी से मुक्ति पाने के लिये इन 16 दिनों में गले तक जल में बैठकर या खड़े होकर, दोनों हाथों को ऊपर उठाकर देवी का 54 सांस तक ध्यान करना चाहिए। उसके बाद घी में मदार की लकड़ी को डुबोकर 1008 आहुतियां देने से मनुष्य निश्चित रूप से आरोग्य को प्राप्त होता है।
- शत्रुओं को वश में करने के लिये घी से युक्त नन्द्यावर्त के पुष्पों, पीली सरसों और लक्ष्मीवल्ली (मेषश्रृंगी) से हवन करना चाहिए।
- अगर आपका कोई बड़ा व्यवसायिक प्रोजेक्ट है तो इन 16 दिनों तक लक्ष्मी जी का उपवास करके इस दौरान एक लाख जप करें और तदनुसार पुनः हवन, तर्पण और मार्जन भी करें। पुनः नवरात्र आने पर 49 दिनों तक केवल खीर खाकर, ब्रह्मचर्य व्रत रखते हुए काली मिर्च, जीरा और सूखी नारियल की गिरी से युक्त गुड़ सहित घी में पके पुओं को धृत-प्लुत करके नित्य 108 आहुतियां देने से मनुष्य बड़े से बड़ा प्रोजेक्ट हासिल कर लेता है और बड़ा धनवान हो जाता है।
- यदि कोई पुरुष किसी स्त्री विशेष को पाना चाहता है तो उसे नित्य 108 महुए के पुष्पों से 16 दिन तक हवन करना चाहिए।