धर्म डेस्क: इस बार रक्षाबंधन के दिन चंद्रग्रहण का योग बन रहा हैय़ यानी कि 7 अगस्त को भद्रा के साथ-साथ चंद्रग्रहम का भी योग है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार चंद्र ग्रहण का स्पर्श काल रात 10 बजकर 52 मिनट पर, मध्य काल रात 11 बजकर 50 मिनट पर और मोक्ष काल 12 बजकर 49 मिनट पर होगा, यानी कि रक्षाबंधन के दिन रात 10 बजकर 52 मिनट पर चन्द्रग्रहण शुरू होगा जो कि 12 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगा। इसका मतलब कि चंद्रग्रहण पूरा 1 घंटे 57 मिनट रहेगा। (चंद्रग्रहण 7 को, करें ये उपाय मिलेगा शुभ फल)
शास्त्रों में बताया गया है कि ग्रहण के समय कई ऐसे काम है जो नहीं करना चाहिए। आज के समय की बात करें तो बहुत ही कम लोग है जो इन चीजों को मानते है। अगर आप ग्रहण को मानते है, तो शाम के समय भूलकर भी ये काम न करें। नहीं तो आपको शारीरिक और मानसिक समस्या हो सकती है। (रक्षाबंधन पर भद्रा और चंद्रग्रहण का दोहरा साया, जानें राखी बांधने का शुभ मुहूर्त)
- इस दिन न करें तेल से मालिश। हो सकती है स्किन संबंधी कोई समस्या।
- जिस समय ग्रहण हो उस समय होना नहीं चाहिए। इससे आपके स्वास्थ्य में बुरा प्रभाव पड़ता है। प्रेग्नेंट महिला, बीमार व्यक्ति और वृद्ध व्यक्ति आराम कर सकता है।
- इस दिन गर्भवती महिलाओं को अपना विशेषकर ध्यान रखना चाहिए। इन दिन इन्हे घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। साथ ही भगवान को जप करना चाहिए। जिससे कि गर्भ में होने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव न पड़े।
- ग्रहण के समय न तो किसी भगवान की मूर्ति को छूना चाहिए, साथ ही सोना, भोजन करना और बनना आदि को त्याग देना चाहिए।
अगली स्लाइड में पढ़े और कौन से काम नहीं करने चाहिए