धर्म डेस्क: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पाशर्व, परिवर्तिनी या वामन द्वादशी के नाम से जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु क्षीरसागर में चार मास के श्रवण के बाद करवट बदलते है। इस बार परिवर्तिनी एकादशी 13 सिंतबर, मंगलवार को है।
ये भी पढ़े-
- परेशानियों से बचना है, तो हमेशा रहें इन लोगों से दूर
- भूलकर भी न करें ये काम, नहीं तो उम्र हो जाएगी कम
- घर में मौजूद ये 4 चीजें, जो चमका सकती है आपकी किस्मत
इस दिन पूजन करने का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन सच्चे मन से मांगी हुई सभी मनोकामनाएं जरुर पूर्ण हो जाती है। इस एकादशी के दिन जो व्यक्ति व्रत रखता है। वह इस दिन प्रात: स्नान करके भगवान को स्मरण करते हुए विधि के साथ पूजा करें और उनकी आरती करनी चाहिए साथ ही उन्हें भोग लगाना चाहिए।
शास्त्रों में कई काम के बारें में बताया गया है। जिन्हें एकादशी के दिन नहीं करना चाहिए। इस दिन ये काम करने से आपको भारी नुकसान हो सकता है या फिर भगवान की कृपा आपके ऊपर से हट सकती है। जानिए कौन से काम एकादशी के दिन करने चाहिए और कौन से काम नहीं करना चाहिए।
ये करें
- भगवान विष्णु को पीले फूल अर्पित करें।
- भगवान पदम के सामने दीपक जलाए और दीपक के घी में थोड़ी सी हल्दी मिला लें।
- जनेऊ पर केसर लगाकर भगवान पदम को समर्पित करें।
- फल के रुप में केले का भोग लगाएं।
- पीपल के पत्ते पर दूध और केसर से बनी मिठाई रखकर भगवान को चढ़ाएं। इससे भगवान विष्णु जल्द प्रसन्न होते है।
यें काम बिल्कुल न करें
- इस दिन शराब, जुआ बिल्कुल न खेले।
- दिन के समय बिल्कु न सोए।
- व्रत वाली रात को श्री विष्णु पाठ का जाप करते हुए जागरण करना चाहिए।
- पान नहीं खाना चाहिए।
- दांतुन भी नहीं करना चाहिए।
- दूसरों की बुराई करने से बचे।
- झूठ न बोले साथ ही दुष्ट लोगो से दूरी बनाए रखें।
- दशमी तिथि में रात में दूसरी बार भोजन नहीं करना चाहिए।
- एकादशी के दिन इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए- शहद, शाक, करोदों, चना, मसूर की दाल, मांस, जौ