ऐसे करें पूजा
एकादशी व्रत में श्री भगवान विष्णु जी का पूजन किया जाता है। परन्तु जया एकाद्शी में श्री केशव के साथ साथ श्री विष्णु जी का पूजन करना चाहिए। जिस व्यक्ति को यह व्रत करना हो, उसे व्रत से एक दिन पूर्व स्वयं को मानसिक रुप से व्रत के लिए तैयार करना चाहिए।
दशमी तिथि की संध्या में भोजन करने के बाद एकाद्शी तिथि के सुबह जल्द उठकर में जया एकादशी व्रत का संकल्प लेना चाहिए। और उसके बाद धूप, दीप, फल से पहले श्री कृ्ष्ण जी की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद में श्री विष्णु जी का भी पंचामृत से पूजन करना चाहिए।
पूरे दिन व्रत करें, और रात में जागरण करने का विधि-विधान होता है। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करते हुए, पूरी रात्रि जागरण करना शुभ होता है। अगर रात्रि में व्रत करना संभव न हों तो रात्रि में फलाहार किया जा सकता है। द्वादशी के दिन प्रात: स्नान करने के बाद ब्राह्माणों को भोजन कराना चाहिए। और यथा सामर्थय दक्षिणा देकर विदा करना चाहिए। इससे जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिलती है।