धर्म डेस्क: कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि और सोमवार के दिन को धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है। इसके साथ ही पांच दिवसीय दिवाली के त्योहार की शुरुआत है। दिवाली उत्सव के पहले दिन धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। उसके बाद नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और आखिर में भैया दूज का त्योहार मनाया जाता है। इस बार धनतरेस का त्योहार 5 नवंबर को मनाया जा रहा है।
माना जाता है कि आज के दिन भगवान धन्वन्तरि का जन्म हुआ था। इसलिए धनतेरस को धन्वन्तरि जी के जन्मदिवस के रूप में भी मनाया जाता है। भगवान धन्वन्तरि देवताओं के चिकित्सक माने जाते हैं। इसलिए आज का दिन चिकित्सकों के लिये विशेष महत्व रखता है। कुछ समय से इस दिन को ‘राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस’ के रूप में भी मनाया जाने लगा है। जैन धर्म में धनतेरस को धन्य तेरस या ध्यान तेरस भी कहते हैं। क्यूंकि इस दिन भगवान महावीर ध्यान में गए थे और तीन दिन बाद दिवाली के दिन निर्वाण को प्राप्त हुए थे।
अगर कोई शुभ काम शुभ समय में किया जाये, तो उससे मिलने वाले लाभ में अपने आप ही बढ़ोतरी हो जाती है। अतः आज किस शुभ समय में धनतेरस की खरीददारी करके आप ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं, ये नोट कर लीजिये -(Bhai Dooj 2018: जानें कब है भाई दूज, साथ ही जानें शुभ मुहूर्त और इस तरह बहनें करें पूजा )
आज के दिन धनतेरस की खरीददारी का शुभ समय, आप इस समय के बीच कभी भी खरीददारी करने बाजार जा सकते हैं। आज के दिन विभिन्न राशि वालों को अपने घर की सुख- समृद्धि के लिये कौन-से उपाय करने चाहिए, ये भी हम आपको बतायेंगे, लेकिन उससे पहले बात करेंगे आज के दिन किये जाने वाले अगले महत्वपूर्ण कार्य की। (Dhanteras 2018 Date: जानें कब है धनतेरस, क्या है खरीददारी का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि)
दिवाली पर देवी लक्ष्मी के आगमन की तैयारी आज से ही शुरू हो जाती है। आज के दिन घर, आंगन की साफ-सफाई की जाती है। कुछ लोग पहले से भी घर की साफ-सफाई कर चुके होंगे, लेकिन आज के दिन पानी से घर को जरूर धोना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्नता पूर्वक घर आती हैं। (धनतेरस 2018: जानिए क्यों मनाया जाता है धनतेरस का त्यौहार, क्यों खरीदते हैं इस दिन सोना? )
धनतेरस के दिन यमदेवता के लिये दीप जलाने का भी महत्व है। आज के दिन शाम को सूर्यास्त के बाद घर के बाहर यमदेवता के निमित्त तेल का एक दीपक जलाना चाहिए। ये दीपक घर के बाहर दक्षिण दिशा में जलाना चाहिए और इसकी बाती का मुंह भी दक्षिण दिशा में करके रखना चाहिए। कहते हैं आज के दिन यम देवता के निमित्त दीपक जलाने से जीवन में किसी प्रकार का भय नहीं रहता। बल्कि जो भी परेशानियां होती हैं, उनसे भी छुटकारा मिलता है। अतः आज के दिन यमदेव के निमित्त दीपक जरूर जलाना चाहिए।
मेष राशि
आज के दिन आप यमदेवता के लिये घर के बाहर जलाये जाने वाले तेल के दीपक में काली गुंजा के दो दाने डालकर जलाएं। इससे आपका भय तो दूर होगा ही, साथ ही आपके घर की सुख-समृद्धि में भी वृद्धि होगी।
वृष राशि
अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा से अपनी धन की तिजोरियां भरी रखना चाहते हैं तो आज धनतेरस के दिन लक्ष्मी यंत्र घर लाइये और उसे घर में उचित स्थान पर रख दीजिये। अब इसका उपयोग दिवाली के दिन करना है। दिवाली के दिन शाम को लक्ष्मी पूजा के समय इस यंत्र को रखिये और उचित विधि से इसकी पूजा कीजिये। साथ ही लक्ष्मी जी के मंत्र का जप कीजिये।
मंत्र है – ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः। लेकिन अगर आपको इस मंत्र का जप करने में कठिनाई महसूस हो, तो केवल 'श्रीं ह्रीं श्रीं' मंत्र का जप कीजिये। क्यूंकि देवी मां का एकाक्षरी मंत्र तो ‘श्रीं’ ही है।... साथ ही ध्यान रहे कि लक्ष्मी के मंत्र जप के लिये स्फटिक की माला को सर्वोत्तम बताया गया है। कमलगट्टे की माला को भी उत्तम बताया गया है, लेकिन अगर ये दोनों न हो, तो रुद्राक्ष की माला पर भी जप कर सकते हैं।
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