धर्म डेस्क: त्यौहारों के इस टाइम में सभी अपना घर चमकता हुआ देखना चाहते हैं और उसी के लिये रंग-रोगन, लिपाई- पुताई करवाते हैं। लेकिन किसी भी दिशा में कोई भी रंग करवाना उचित नहीं है। वास्तु शास्त्र के अनुसार हर दिशा का संबंध किसी न किसी एक Specific रंग से है, तो किस दिशा में कौन- सा रंग करवाना चाहिए और उसके क्या फायदे-नुकसान हैं। जानिए उत्तर दिशा में कौन सा रंग कराने से आपके घर खुशहाली, स्वास्थ्य समस्याओं से निजात सहित हर समस्या से छुटकारा मिलेगा।
उत्तर दिशा
इस दिशा में काला रंग करवाना अच्छा माना जाता है। इस दिशा में चाहें थोड़ी-ही मात्रा में काला रंग करवाएं, लेकिन इसका बहुत फायदा मिलता है। उत्तर दिशा में काला रंग करवाने से अनचाहे भय से छुटकारा मिलता है। परिवार के मंझले पुत्र को हर तरह से लाभ मिलता है। सुनने की क्षमता अच्छी होती है।
हरा रंग
उत्तर दिशा का संबंध जल तत्व से है, और हरे रंग का संबंध काष्ठ से है, यानी लकड़ी से है। जल लकड़ी की उत्पत्ति करता है। अगर आपको बार-बार किसी चीज़ का भय सताता हो या मंझले पुत्र को कान से जुड़ी कोई समस्या है तो आप उत्तर दिशा में कुछ हद तक हरा रंग करवा सकते हैं। लेकिन ध्यान रखिए कि पानी में लकड़ी गल जाती है, इसलिए उत्तर दिशा में अधिक मात्रा में हरा रंग करवाने से घर के बड़े बच्चे के विकास की गति रूक जायेगी। नितम्बों में तकलीफ हो सकती है, पैरों की मांसपेशियों में खींचाव हो सकता है।
लाल रंग
लाल रंग का संबंध अग्नि से है और उत्तर दिशा का संबंध जल से है, ये तो आप जान ही गए हैं। पानी आग को बुझाता है, उसे नष्ट करता है, लिहाजा उत्तर दिशा में लाल रंग करवाने से उत्तर दिशा के तत्वों को उतना फायदा नहीं होगा, जितना लाल रंग से संबंधित दिशाओं और उनके तत्वों को हानि होगी।
लाल रंग
आपको ज्यादा गर्मी लगेगी। आंखों में तकलीफ होगी। घर की मंझली कन्या को भी परेशानी उठानी पड़ सकती है। आपको या आपकी मंझली कन्या को अपयश का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए उत्तर दिशा में लाल रंग के इस्तेमाल से जितना हो सके, बचने की कोशिश करें।
अगली स्लाइड में पढ़ें और कौन सा रंग कराएं